आरपीबी ब्यूरो
प्रतापगढ़ । सीबीआई ने बुधवार को सांगीपुर के डाक पर्यवेक्षक के बेटे को 20 हजार रुपये रिश्वत लेने के आरोप में रंगेहाथ पकड़ा। वह पिता के सहयोग में डाकघर में ही काम करता है। वहीं लालगंज में एक डाककर्मी के न मिलने पर उसके पिता को पूछताछ के लिए थाने ले गई। निरीक्षण रिपोर्ट के एवज में घूस मांगने की शिकायत विभाग के कर्मी ने ही की थी।
सीबीआई की एंटी करप्शन टीम ने अभी हाल ही में शहर में छापा मारा था। वहां एक डाककर्मी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। अभी इसकी जांच चल ही रही थी कि सांगीपुर और लालगंज में टीम ने दस्तक देकर खलबली मचा दी। 10 सदस्यीय टीम सबसे पहले लालगंज उप डाकघर पहुंची। वहां पर उसे तैनात विमलेश कुमार की तलाश थी। कहीं से भनक लग जाने पर वह अपनी गाड़ी छोड़कर वहां से भाग निकला। इसके बाद टीम ने सुराग लगाकर सांगीपुर के देवरी डाकघर पर छापा मारा। वहां डाक पर्यवेक्षक रामकृष्ण पांडेय के पुत्र नीरज पांडेय को 20 हजार रुपये लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा। इसके कुछ देर बाद विमलेश के पिता को भी सांगीपुर बाजार से हिरासत में लेने की बात सामने आई। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। दरअसल, ननौती में तैनात पोस्टमैन विनोद कोरी ने सीबीआई से शिकायत की थी कि विमलेश ने उससे अपने डाकघर की वार्षिक निरीक्षण रिपोर्ट लगाने के बदले रिश्वत मांगी थी। कुछ पैसे उसने दिए हैं, 50 हजार और देने का वह दबाव डाल रहा था। कहा था कि बाकी का पैसा नीरज के पास पहुंचा देना। इस शिकायत पर सीबीआई ने कई दिन यहां का इनपुट जुटाने के बाद बुधवार को छापा मारा। नीरज को घूस लेते पकड़ लिया। इससे वहां खलबली मच गई। उसे लेकर टीम सांगीपुर थाने चली आई। इसके बाद कुछ और कर्मियों की तलाश में अन्य स्थानों पर छापा मारा। टीम देर रात तक पूछताछ करती रही। इस बारे में डाक विभाग के आला अधिकारी पहले की तरह चुप्पी साधे रहे।पुलिस अधीक्षक डा. अनिल कुमार ने बताया कि सीबीआई टीम आने की जानकारी है। डाक विभाग का प्रकरण है। टीम ने जांच के बाद गिरफ्तारी की है। उनके मांगने पर स्थानीय सुरक्षा के तौर पर सहयोग किया गया।
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