महा घोटाले में अधिकारियों की चुप्पी पर खड़े हो रहे प्रश्न
समाज कल्याण विभाग योजना में कर्मचारियों की मिलीभगत से हुआ बड़ा खेला

आरपीबी
प्रयागराज। जिले समाज कल्याण विभाग द्वारा द्वारा संचालित राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना में करोड़ों के घोटाले का आरोप लगा है। इस विभाग द्वारा संचालित इस योजना में शिकायतकर्ता ने सबूत के साथ यह आरोप लगाया है। समाज कल्याण विभाग की राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजनान्तर्गत वर्ष 2022–2023 में विशेषकर माह मार्च 2023 में तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रयागराज त्रिनेत्र कुमार सिंह द्वारा अपने अधीनस्थ कार्यरत कर्मचारी एडीओ आरिफ ,पटल सहायक संजय सिंह चौहान एवं ग्राम विकास अधिकारी अमन सोनकर सहित कुछ दलालों एवं तहसील के अधिकारियों की मिलीभगत से किए गए 1 करोड़ 69 लाख 80 हजार रुपए के महाघोटाले का पर्दाफाश करते हुए सबूतों के आधार पर शिकायते की गई। लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। जब की प्रदेश के मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस नीति को धता बताते हुए, आरोपियों के प्रभाव में विभागीय उच्चाधिकारियों, जिलाधिकारी एवं विभागीय मंत्री सहित सब ने इस महा घोटाले पर चुप्पी साध रखी हैं। इतने गंभीर मामले पर अभी तक कोई कार्यवाही न होना पर अधिकारियोंं की मनसा पर प्रश्न खड़े होते हैं। इस महा घोटाले में 566 व्यक्तियों की मृत्यु उपरांत उनके आश्रितों को रुपए 30 हजार रुपए का भुगतान किया गया है । सभी 566 मृतक के आश्रित अपात्र बना कर मृत्यु के बीस वर्ष उपरांत मृतक के आश्रितों का आवेदन करवाया गया तथा उनकी उम्र भी साठ वर्ष से अधिक थी तथा मृतक आश्रित पूर्व से ही विधवा पेंशन एवं अन्य पेंशन योजना से लाभान्वित हो रहे थे। नियमतः पारिवारिक लाभ योजना में मृत्यु के एक वर्ष के अंदर ही आवेदन करना तथा उम्र 60 वर्ष से अधिक न होना अनिवार्य है। लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों कीभ्रष्ट नियत के आगे जिला प्रशासन भी बौना साबित हो रहा है। अब देखना होगा कि 566 मृत व्यक्तियों के नाम पर 20 साल बाद फार्म भरा कर घोटाले को अंजाम दिया गया है क्या जिला प्रशासन द्वारा इस मामले को 3 दिन में जांच पूरी कर प्रस्तुत करने की बात कही थी। कही वाह जांच वाली फाइल धूल फांकती रह न जाए।
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