ग्राम संसद स्थापित होने से ग्रामीण लोग भी निर्णय लेने में होंगे भागीदार
नई दिल्ली। राज्यसभा सदस्य अमरपाल मौर्य ने देश में पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत देश की संसद की तरह देश में ग्राम संसद की स्थापना किए जाने की मांग की है। राज्यसभा सांसद ने इस ग्राम संसद में ग्राम प्रधान, ग्राम सभा के सदस्य व क्षेत्र पंचायत को इस ग्राम्स ग्राम संसद का सदस्य बनाए जाने पर बल दिया है। जिससे कि ग्राम विकास में सहायता मिल सकेगी। इस ग्राम संसद की स्थापना से राज्यसभा सदस्य अमरपाल मौर्य के अनुसार लोकतंत्र की मूल अवधारणा विकेंद्रीकरण को और अधिक निर्णायक ,सशक्त ,प्रभावी, एवम पारदर्शी बनाया जा सकेगा। राज्य सभा सदस्य के प्रतिनिधि राय साहब ने बताया कि राज्यसभा में बोलते हुए सांसद अमरपाल मौर्य ने ग्राम संसद स्थापना की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस स्थापना से ग्राम विकास ,जन भागीदारी एवं सुशासन को नई दिशा मिलेगी जिससे स्थनीय लोकतंत्र अधिक जवाब देह और निर्णय प्रक्रिया अधिक समावेसी बन सकेगी। राज्यसभा सदस्य अमरपाल मौर्य ने राज्यसभा को बताया कि देश में इस समय लगभग ढाई लाख ग्राम पंचायत हैं। ग्राम संसद की स्थापना कर लेने से इन ग्राम पंचायत में रहने वाले ग्रामीण लोगों को अधिक लाभ मिलेगा तथा यह लोग निर्णय लेने में भागीदारी कर पाएंगे।
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